Welcome to My Latest Mangalvar Vrat Vidhi aur Mantra ki jankari Article. मेरी आज की पोस्ट उन सभी भक्तो के लिए है जो Mangalvar Vrat Vidhi aur Mantra ki jankari प्राप्त करना चाहते है. आज के इस आर्टिकल के द्वारा हम लोग मंगलवार के व्रत से जुडी सभी जानकारी प्राप्त करेंगे.
जैसा कि आप सभी लोगो को मालूम है हमारे हिन्दू धर्म में बहुत से ऐसे त्यौहार और व्रत होते है जिनके बारे में हम सभी लोग पता करना चाहते है. कुछ व्रत ऐसे होते है जो फिक्स डेट पर आते है. और कुछ व्रत ऐसे होते है जो रोज आते है यानी जो भी वार आता है उसके हिसाब से व्रत अलग अलग होते है. जिन लोगो को इसकी जानकारी है वो लोग उस व्रत को करते है. लेकिन जिन लोगो को इसकी जानकारी नहीं होती वो लोग इन व्रत को नहीं कर पाते.
Mangalvar Vrat Vidhi aur Mantra ki jankari
हर वार अलग अलग भगवान को समर्पित होता है जेसे सोमवार भगवान शिव का दिन है मंगलवार हनुमान जी का दिन है ठीक इसी तरह सभी वार किसी ना किसी भगवान से जुड़े होते है. और इन सभी दिन पर हमे अलग अलग भगवान के व्रत करने चाहिए. ताकि हमारे जीवन में आने वाले सभी परेशानिया दूर हो सके. अपनी आज की इस पोस्ट के माध्यम से मैं आप सभी को जिस दिन के बारे में बताने वाला हु वो दिन है मंगलवार का दिन.
मंगलवार का दिन हनुमान जी से जुड़ा होता है इसलिए हम Mangalvar Vrat Vidhi aur Mantra की जानकारी प्राप्त करेंगे ताकि आप सभी लोग सही तरीके से मंगलवार के व्रत को कर सके, और मंगलवार के व्रत को करने से जो फल मिलता है उसे प्राप्त कर सके.
Mangalvar Vrat Vidhi aur Mantra: मंगलवार का व्रत साहस, शत्रुओं के दमन एवं अनिष्ट निवारण हेतु किया जाता है,
व्रत का माहात्म्य : ज्योतिष शास्त्र के अनुसार मंगलवार का व्रत उन व्यक्तियों को करना चाहिए, जिन व्यक्तियों की कुण्डली में मंगल पाप प्रभाव में हों या वह निर्बल होने के कारण अपने शुभ फल देने में असमर्थ हों। यह व्रत मंगल ग्रह की शान्ति के लिये किया जाता है। मंगलवार का व्रत सम्मान, बल, पुरुषार्थ और साहस में बढ़ोत्तरी के लिये किया जाता है। मंगलवार का व्रत करने से भूत-प्रेत बाधा दूर होती है तथा व्यक्ति के सभी संकट दूर हो जाते हैं।
Mangalvar Vrat Vidhi का आरम्भ कब करें?
मंगलवार का व्रत ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष के प्रथम मंगलवार से आरम्भ करना चाहिए। मंगलवार का व्रत 21 सप्ताह तक किया जाता है।
Mangalvar Vrat Vidhi
व्रत की विधि : इस व्रत को करने से पहले व्यक्ति को एक दिन पहले ही इसके लिये मानसिक रूप से स्वयं को तैयार कर लेना चाहिए।
• प्रातः काल नित्य क्रियाओं से निवृत्त होकर स्नान आदि क्रियाएं कर लें। तत्पश्चात् पूरे घर में शुद्ध जल छिड़कें।
• व्रत वाले दिन व्यक्ति को लाल रंग के वस्त्र धारण करने चाहिए।
• घर के ईशान कोण की दिशा में किसी एकांत स्थान पर हनुमानजी की मूर्ति या चित्र स्थापित करना चाहिए।
• पूजन स्थल पर चार बत्तियों का दीपक जलाया जाता है और व्रत का संकल्प लिया जाता है। इसके बाद लाल गंध, पुष्प, अक्षत आदि से विधिवत हनुमानजी की पूजा करें।
• मंगलवार व्रत में गेहूं और गुड़ का ही भोजन करना चाहिये। भोजन दिन-रात में एक बार ही ग्रहण करना चाहिए।
• इक्कीस व्रत की संकल्प संख्या पूरी होने के बाद व्रत का समापन करें।
मंगलवार के दिन सभी भक्तो को श्री हनुमंते नम: मंत का जाप 108 बार करना चाहिए. यह मन्त्र हनुमान जी का मंत्र है इस मंत का जाप करने से आपको व्रत का फल जरुर मिलेगा.