Dussehra Pooja Kaise Kare इस आर्टिकल के माध्यम से आपको दशहरा की पूजा की पूरी जानकारी प्राप्त होगी. ताकि आप बहुत ही आराम से Dussehra Pooja vidhi विधान से कर सके. तो पूरी जानकारी के लिए शुरू करते है अपना आज का यह आर्टिकल.
दशहरा शर्तिय नवरात्रों में दशवे दिन बनाया जाता है. इस साल यह त्यौहार 14 अक्टूबर को बनाया जायेगा. भारत सहित दुनिया भर में यह त्यौहार असत्य पर सत्य की जीत के रूप में मनाया जाता है. भारत में इस त्यौहार को विजयदशमी भी कहते है. इस दिन भगवान श्री राम ने 9 दिन तक चले यूथ के बाद लंका के राजा रावण का वध करके सीता माता को मुक्त कराया था.
श्रीराम द्वारा इस विजय के रूप में हर साल Dussehra बनाया जाता है. दशहरा के दिन बुराई के प्रतिक रावण के पुतले चलाये जाते है. और जगह जगह रामरिलाए की जाती है. रामरिलाए भी 2 से 3 हफ्ते तक चलती है. उसके बाद दशमी वाले दिन रावण के पुतले को दहन करके दशहरा बनाया जाता है.
Dussehra Pooja Kaise Kare ki Jankari
हम में से बहुत से लोग यज जरुर जानकारी प्राप्त करना चाहते है कि आखिर दशहरा की पूजा कैसे करे. तो अब हम दशहरा की पूजा करने की जानकारी प्राप्त करेंगे. Dussehra के दिन शुबह जल्दी उठकर अपने सभी काम निपटा कर स्नान करने बाद साफ़ कपडे पहने.
उसके बाद गाय के गोबर से 10 गोले बनाये. और यह 10 गोले आपको रावण के रूप में बनाने है. इसके बाद नवरात्री के दिन जो आपने जो के बिज बोये थे उन्हें नोरते बोला जाता है उन्हें आपको इन 10 गोले पर लगाना है. अब गोलों पर दही लगाए इसके बाद फुल चड़ा कर धुप चलाये.
धुप अगरबत्ती जलाकर रावण की पूजा करे. पूजा करने के बाद कई घरो के अन्दर कान के उपर जो (नोतरे) रखने की भी प्रथा है और इन जो (नोतरे) को जहा रावण का दहन होता है. वहा जो को चडाया जाता है. तो दशहरा वाले दिन यह सभी कार्य जरुर करिए.
Dussehra Pooja दशहरा पूजा का शुभ मुहूर्त
इस साल Dussehra 15 अक्तूबर दिन शुकवार को बनाया जायेगा. दशहरा पूजा का शुभ मुहूर्त 15 अक्टूबर को दोपहर 2 बजकर 1 मिनट से 2 बजकर 47 मिनट तक का है. इस बार दशहरा पूजा का शुभ मुहूर्त की कुल अवधि 46 मिनट की है.
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